“सुजलाम भारत” शिखर सम्मेलन के दौरान बराक नदी बेसिन के पारिस्थितिक आकलन एवं संरक्षण योजना से संबंधित महत्वपूर्ण रिपोर्ट का लोकार्पण किया।
“सुजलाम भारत” शिखर सम्मेलन के दौरान बराक नदी बेसिन के पारिस्थितिक आकलन एवं संरक्षण योजना से संबंधित महत्वपूर्ण रिपोर्ट का लोकार्पण किया। यह रिपोर्ट नदी संरक्षण के क्षेत्र में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, डेटा-आधारित नीति निर्माण तथा सतत विकास की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
इस दौरान गंगा पल्स पब्लिक पोर्टल का शुभारंभ भी संपन्न हुआ, जिससे नदी तंत्र के स्वास्थ्य संबंधी सूचनाएँ पारदर्शी रूप से उपलब्ध होंगी और नदी संरक्षण में जन-भागीदारी को नई गति एवं सशक्तता प्राप्त होगी।
आज माननीय केंद्रीय मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी जी के निवास पर श्री शृंगेरी शारदा पीठम् के उत्तराधिकारी, परमपूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य श्री श्री विद्युशेखर भारती महास्वामी जी के दर्शन एवं आशीर्वाद प्राप्त करना अत्यंत सौभाग्य और आध्यात्मिक धन्यता का क्षण रहा।
आदि शंकराचार्य जी द्वारा स्थापित जगद्गुरु परंपरा का सान्निध्य वास्तव में अद्वितीय है । सनातन संस्कृति के इस श्रेष्ठ आध्यात्मिक प्रवाह के स्पर्श से मन, बुद्धि और संकल्प-तीनों को नवीन ऊर्जा प्राप्त होती है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के दूरदर्शी नेतृत्व में गंगा संरक्षण एवं नदी पुनर्जीवन के कार्यों को नई गति
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के दूरदर्शी नेतृत्व में गंगा संरक्षण एवं नदी पुनर्जीवन के कार्यों को नई गति और व्यापकता प्रदान करने के उद्देश्य से आज श्रम शक्ति भवन में उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह जी के साथ NMCG की प्रमुख गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की।
बैठक में जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों उपस्थिति रहें । गंगा नदी के संरक्षण, प्रदूषण-नियंत्रण, अवसंरचना सुदृढ़ीकरण तथा नदी तंत्र के पुनर्जीवन से जुड़े विभिन्न आयामों पर सारगर्भित चर्चा हुई और आगामी कार्ययोजना को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय किए।
आज मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की।
आज मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा की। बैठक के दौरान सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग श्री अशोक मीणा जी, तथा सचिव, जल संसाधन विभाग श्री वी. एल. कंठा राव जी सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से सुजलाम भारत प्रोग्राम की दृष्टि, उद्देश्यों एवं तैयारियों के संबंध में विस्तृत प्रस्तुति प्राप्त हुई।
28–29 नवम्बर को भारत मंडपम में आयोजित होने वाला सुजलाम भारत प्रोग्राम जल-संरक्षण और जनभागीदारी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। इसके सफल, प्रभावी एवं सुव्यवस्थित आयोजन के लिए सभी विभाग पूर्ण समन्वय एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
आज विश्व शौचालय दिवस पर माननीय केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल जी की उपस्थिति में वर्ल्ड टॉयलेट समिट 2025 का शुभारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ।
आज विश्व शौचालय दिवस पर माननीय केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल जी की उपस्थिति में वर्ल्ड टॉयलेट समिट 2025 का शुभारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के “खुले में शौच मुक्त भारत” के संकल्प ने स्वच्छता को देश की जन–चेतना और जन–भागीदारी का सशक्त राष्ट्रीय आंदोलन बना दिया है।
मुझे दृढ़ विश्वास है कि यह शिखर सम्मेलन वैश्विक समुदाय को नीतिगत संवाद, नवाचार, अनुसंधान और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं के आदान–प्रदान हेतु एक प्रभावी और परिणामोन्मुख मंच प्रदान करेगा। यह केवल स्वच्छता पर चर्चा का अवसर नहीं, बल्कि मानव गरिमा, स्वास्थ्य सुरक्षा और सतत विकास के प्रति सामूहिक संकल्प का प्रतीक है।
यह महत्वपूर्ण आयोजन सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन द्वारा किया जा रहा है, उन्हें हार्दिक अभिनन्दन देता हूँ।
इस अवसर पर श्री कुमार दिलीप, प्रेसिडेंट सुलभ इंटरनेशनल, श्री एम.डेविड महलोबों, डिप्टी मिनिस्टर ऑफ़ वाटर एंड सैनिटेशन-साउथ अफ़्रीका, श्री जैक सिम, फाउंडर, वर्ल्ड टॉयलेट ऑर्गेनाइजेशन-श्री अलकेश वधवानी, गेट्स फाउंडेशन, निष्ठा मेहता जी, द वर्ल्ड बैंक तथा विभिन्न देशों से पधारे सभी गणमान्य व्यक्तित्वों का भी हार्दिक अभिनंदन।
आज तेलंगाना सरकार के माननीय सिंचाई मंत्री श्री उत्तमकुमार रेड्डी जी ने सौजन्य भेंट की ।
आज तेलंगाना सरकार के माननीय सिंचाई मंत्री श्री उत्तमकुमार रेड्डी जी ने सौजन्य भेंट की । इस भेंट के दौरान हुई बैठक में सिंचाई एवं जल–संसाधन प्रबंधन से जुड़े विभिन्न विषयों पर सार्थक चर्चा हुई तथा परस्पर सहयोग के संभावित आयामों पर विस्तृत विचार–विमर्श हुआ।
ये केवल दो तस्वीरें नहीं, ये उन अनगिनत जल–योद्धाओं का प्रतीक हैं, जो देश के कोने–कोने में जल संरक्षण का भविष्य गढ़ रहे हैं।
ये केवल दो तस्वीरें नहीं, ये उन अनगिनत जल–योद्धाओं का प्रतीक हैं, जो देश के कोने–कोने में जल संरक्षण का भविष्य गढ़ रहे हैं। राष्ट्रीय जल पुरस्कार और जलसंचय जनभागीदारी पुरस्कार के अवसर पर देशभर से आए इन समर्पित विजेताओं को आज महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती
द्रौपदी मुर्मुज़ी द्वारा सम्मानित किया गया।
इन सभी विजेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में नवाचार, जनभागीदारी और निरंतर परिश्रम के माध्यम से
जल संरक्षण, जल प्रबंधन का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनका यह योगदान न केवल प्रेरणादायक है,
बल्कि यह संकल्प भी देता है कि भारत का जल–भविष्य सुरक्षित है ।
आज केंद्रीय राज्य मंत्री – वाणिज्य एवं उद्योग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी माननीय श्री जितिन प्रसाद जी ने सौजन्य भेंट की ।
आज केंद्रीय राज्य मंत्री – वाणिज्य एवं उद्योग तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी माननीय श्री जितिन प्रसाद जी ने सौजन्य भेंट की । इस भेंट के दौरान हुई बैठक में नदी पुनर्जीवन, जल–संसाधन प्रबंधन तथा इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
आज महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी के करकमलों से छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार तथा जलसंचय जनभागीदारी पुरस्कार प्रदान किए गए।
आज महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी के करकमलों से छठे राष्ट्रीय जल पुरस्कार तथा जलसंचय जनभागीदारी पुरस्कार प्रदान किए गए। इन पुरस्कारों के माध्यम से राज्यों, जिलों, ग्राम पंचायतों, स्वयंसेवी संगठनों, वाटर यूज़र एसोसिएशनों तथा विविध श्रेणियों में जल संरक्षण हेतु उत्कृष्ट योगदान देने वाले सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया—यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के दूरदर्शी नेतृत्व और उनके निरंतर आह्वान के परिणामस्वरूप
जल संरक्षण आज एक व्यापक जनभागीदारी से संचालित राष्ट्रव्यापी जनजन आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है।
मुझे विश्वास है कि यह सम्मान देशभर के जल योद्धाओं को नई ऊर्जा देगा। सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।
नवसारी शहर के ग्रिड रोड पर जल शक्ति अभियान के अंतर्गत “कैच द रेन” थीम पर ₹18.80 लाख की लागत से निर्मित ट्रैफिक आयलैंड स्कल्पचर का लोकार्पण करते हुए आनंद की अनुभूति हुई ।
नवसारी शहर के ग्रिड रोड पर जल शक्ति अभियान के अंतर्गत “कैच द रेन” थीम पर ₹18.80 लाख की लागत से निर्मित ट्रैफिक आयलैंड स्कल्पचर का लोकार्पण करते हुए आनंद की अनुभूति हुई ।
यह स्कल्पचर सूरत की आर्किटेक्ट कृतिका शाह जी द्वारा डिज़ाइन किया गया है । उनके इस रचनात्मक और दूरदृष्टिपूर्ण कार्य के लिए मैं हृदय से अभिनंदन करता हूँ।
यह स्कल्पचर जल संरक्षण के महत्व को जन-मानस में गहराई से स्थापित करने वाला एक सार्थक संदेश-स्तंभ है। मुझे विश्वास है की नागरिकों में वर्षा जल संचयन के प्रति जागरूकता और उत्तरदायित्व की भावना विकसित करते हुए यह पहल समाज को जल–सुरक्षा के सामूहिक दायित्व से जोड़ने में निश्चित ही प्रेरणादायक भूमिका निभाएगी।