चल पड़े हैं हाथ में लेकर, देश का अभिमान है, तीन रंगों की ये यात्रा, वीरता की शान है।
चल पड़े हैं हाथ में लेकर, देश का अभिमान है, तीन रंगों की ये यात्रा, वीरता की शान है। केसरिया है रक्त सा, जो रणभूमि में बहा, सफेद है शांति की डगर, जो हर द्वंद्व से लड़ा। हरा है वो उम्मीद, जो हर मौसम में खिला, अशोक चक्र कह रहा—हर पल कर्म से जुड़ा। ભારતીય