माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के दूरदर्शी नेतृत्व में “जनभागीदारी से जलसंरक्षण” आज एक व्यापक जनआंदोलन बन चुका है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर के दूरदर्शी नेतृत्व में “जनभागीदारी से जलसंरक्षण” आज एक व्यापक जनआंदोलन बन चुका है। इसी जनसंकल्प को सशक्त रूप देते हुए, चोर्यासी के मोरा में 27,300 जलसंरक्षण कार्यों का ई-शिलान्यास करते समय हृदय में गर्व और आनंद की अनुभूति हुई।
एक समय था जब तटीय क्षेत्रों के गांवों में कृषि की संभावनाएं सीमित थीं। लेकिन औद्योगिक विकास के साथ-साथ गांवों ने भी नई उड़ान भरी। माननीय प्रधानमंत्री श्री के मंत्र “गांव का पानी गांव में, खेत का पानी खेत में” को धरातल पर उतारते हुए, आज हम आत्मनिर्भर जल भविष्य की ओर अग्रसर हैं।
यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि जनसहभागिता से जलसंरक्षण को साकार करने में सूरत जिला आज पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।
गुजरात, जनभागीदारी आधारित जलप्रबंधन का आदर्श मॉडल बनकर देश के सामने प्रेरणा बन रहा है।
आइए, हम सब मिलकर इस जलसंरक्षण के महाअभियान को और भी व्यापक बनाएँ — ताकि हर बूंद सहेजे, हर खेत हरे, और हर गांव समृद्ध बने।