माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर का सपना था कि जल संचय को जन भागीदारी के माध्यम से एक व्यापक जन आंदोलन का रूप दिया जाए। इसी दिशा में 13 तारीख को सूरत में ‘कैच द रेन’ कार्यक्रम
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर का सपना था कि जल संचय को जन भागीदारी के माध्यम से एक व्यापक जन आंदोलन का रूप दिया जाए। इसी दिशा में 13 तारीख को सूरत में ‘कैच द रेन’ कार्यक्रम का आयोजन गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल, राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल जी, मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहनलाल यादव जी, और बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी जी की विशेष उपस्थिति में किया जा रहा है। इस अवसर पर आज मीडिया के भाई-बहनों के साथ संवाद करते हुए इस राष्ट्रीय जल संरक्षण अभियान की महत्वपूर्ण विशेषताओं को साझा किया।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रभाई मोदी सर ने 2021 में ‘कैच द रेन’ योजना की घोषणा की थी, जिसमें गुजरात को एक मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत किया गया। गुजरात ने अब तक 80,000 से अधिक गाँवों में विभिन्न एनजीओ और सरकारी योजनाओं के सहयोग से जल संचय का संकल्प लिया है। राज्य ने 2 लाख से अधिक जल संग्रहण परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिससे जल संरक्षण को बढ़ावा मिल सके।
गुजरात के इस मॉडल की सराहना राजस्थान के व्यापारियों ने की है, जिन्होंने राजस्थान के हर गाँव में वर्षा जल को ज़मीन में समाहित करने के लिए ‘कैच द रेन’ प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी ली है। सूरत से शुरू हुआ यह मॉडल अब देश के अन्य राज्यों में भी सफलता की कहानियाँ पहुँचाएगा।
मध्य प्रदेश के 3,500 गाँवों और बिहार के 5 जिलों के सभी गाँवों में सूरत के प्रमुख व्यक्तियों ने ‘कैच द रेन’ अभियान के अंतर्गत बोरवेल निर्माण का संकल्प लिया है, जिससे वहाँ के जल स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी।