आज स्वच्छ भारत मिशन–ग्रामीण की प्रगति और अगले चरण पर आयोजित राउंडटेबल कॉन्फ्रेंस में विभिन्न राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्रस्तुत की गई अभिनव पहलें देखकर अत्यंत प्रसन्नता और गर्व की अनुभूति हुई।
हिमाचल प्रदेश ने धर्मशाला का क्लस्टर-आधारित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल प्रस्तुत किया, ओडिशा ने सुंदरगढ़ की महिला-नेतृत्व वाली प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट पहल व सु-नैनो ई-वाहन को साझा किया।
बिहार ने कबाड़मंडी ऐप और DCMS सिस्टम प्रस्तुत किए, कर्नाटक ने मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी और ग्रे वाटर मैनेजमेंट की मिसाल रखी।
गुजरात ने महिला-नेतृत्व ODF+ मॉडल और बायोगैस पहलें रखीं, मिज़ोरम ने बाल स्वच्छता क्लब और CSC विद शॉप मॉडल साझा किए।
झारखंड ने गोबरधन बायोगैस प्लांट पेश किया, महाराष्ट्र ने टाइगर बायोफिल्टर तकनीक, छत्तीसगढ़ ने फीकल स्लज ट्रीटमेंट मॉडल (पतोरा पंचायत), मध्य प्रदेश ने वॉश ऑन व्हील्स सेवा, असम ने फ्लोटिंग टॉयलेट, ग्रीन वर्शिप इनिशिएटिव और कचरा अवॉर्ड, जबकि पश्चिम बंगाल ने प्लास्टिक वेस्ट से सड़क निर्माण की उल्लेखनीय पहल साझा की।
ये सभी पहलें इस तथ्य को प्रमाणित करती हैं कि माननीय प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi सर के दूरदर्शी नेतृत्व में #SBMGrameen ग्रामीण भारत को स्वच्छता, स्वास्थ्य और स्थायी विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है।
मैं सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की इन सराहनीय पहलों के लिए हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ ।