आज गुजरात की प्रमुख डेयरी सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की
आज गुजरात की प्रमुख डेयरी सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें GOBARdhan पहल के तहत पशु गोबर और जैविक अपशिष्ट से हरित ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने के ठोस कदमों पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस बैठक में सहकारी संस्थाओं ने 20 से अधिक Compressed Biogas (CBG) संयंत्रों और 30,000 व्यक्तिगत बायोगैस संयंत्रों की स्थापना के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। इस पहल में सहकारी क्षेत्र द्वारा लगभग ₹1000 करोड़ का बड़ा निवेश किया जाएगा, जो ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्य बिंदु:
• जैविक अपशिष्ट से हरित ऊर्जा का उत्पादन: ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ जैविक खाद निर्माण को भी प्रोत्साहन।
• पर्यावरण संरक्षण: हरित ऊर्जा उत्पादन से कार्बन उत्सर्जन में कमी और स्वच्छता को बढ़ावा।
• आर्थिक और सामाजिक प्रगति: नए निवेश और रोजगार के हजारों अवसर।
यह पहल “कचरे से संपदा” (Wealth from Waste) का उत्कृष्ट उदाहरण है और GOBARdhan योजना की वास्तविक भावना को साकार करती है। इस प्रयास से न केवल गुजरात हरित ऊर्जा में अग्रणी बनेगा, बल्कि यह स्वच्छ भारत मिशन को भी मजबूती प्रदान करेगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और समृद्ध भारत का निर्माण होगा।