आज उत्तर प्रदेश के बसी घाट पर माँ गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के उद्देश्य से प्रस्तुत एक सशक्त नुक्कड़ नाटक को देखने का अवसर मिला।
आज उत्तर प्रदेश के बसी घाट पर माँ गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के उद्देश्य से प्रस्तुत एक सशक्त नुक्कड़ नाटक को देखने का अवसर मिला।
नुक्कड़ नाटक भारतीय जनमानस तक पहुँचने का एक जीवंत, लोकसंवेदी और अत्यंत प्रभावशाली माध्यम है।
जब कलाकार लोकभाषा और सांस्कृतिक शैली में जल संरक्षण, स्वच्छता और गंगा के प्रति आस्था जैसे विषयों को मंचित करते हैं, तो वे न केवल दृश्य अनुभव रचते हैं, बल्कि जनचेतना की अलख भी जगाते हैं।