परम पवित्र श्री शत्रुंजय महातीर्थ और श्री गिरनारजी महातीर्थ की यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं,
परम पवित्र श्री शत्रुंजय महातीर्थ और श्री गिरनारजी महातीर्थ की यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि आस्था, आत्मिक शुद्धि और जीवन के सद्गुणों को अपनाने का पवित्र संदेश है।
आज मोखंडा निवासी मातुश्री सुंदरबाई गोकुलचंदजी पोखरणा परिवार द्वारा आयोजित छ:री पालित संघयात्रा कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
यह संघयात्रा समर्पण, संस्कार और समाज में नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करती है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि यह पावन यात्रा समाज में आत्मिक शांति, आपसी भाईचारे और सद्भावना का संदेश व्यापक रूप से फैलाए।
आध्यात्मिक यात्रा के इस प्रेरणादायी आयोजन के लिए संघ और समर्पित परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं।